सोमवार, 8 अक्तूबर 2018

मेरी बेटी, जो सांतवीं कक्षा में है, उसके लिए झूठ बाेलना एक आम बात बन गई है। वह बुनियादी चीजों के बारे में भी झूठ बोलती है। इसकी वजह क्या है क्या इसका मनाेवैज्ञानिक पहलू है।

जब कोई बच्चा झूठ बोलना सीखता है तो इसका मतलब है कि वे अपनी वास्तविकता को प्रभावित करने के लिए अपनी कल्पना का उपयोग करना सीख रहे हैं। हालांकि, कक्षा सांतवीं में एक लड़की के लिए यह सामान्य नहीं है।

आपसी बातचीत के जरिए समस्याओं का हल निकाला जा सकता है। आप शांति से बैठें और अब उससके बात करें। उससे पूछें कि उसके जीवन में क्या चल रहा है और वह क्यों झूठ बोल रही है। कुछ तनाव हो सकते हैं कि जिसका वह सामना कर रही है, और यह तनाव उसे इस तरह से व्यवहार करने के लिए प्रेरित कर रहे हाें। साथ ही, क्या वह सिर्फ आपसे ही झूठ बाेलती है या हर किसी के साथ उसका यह व्यवहार है। क्या वह हर किसी के लिए झूठ बोल रही है? अगर वह सिर्फ आपसे झूठ बोल रही है तो आपको उसके साथ अपने बातचीत के कुछ पहलुओं को बदलने की आवश्यकता हो सकती है। स्पष्ट रूप से समझाएं कि आपके लिए गैर-विचारणीय क्या है। दृढ़ हों। एेसी स्थिति में गुस्सा आना स्वभाविक है पर आपके गुस्से का उसपर काेई असर नहीं पड़ेगा।

आपको दोहराने की आवश्यकता हो सकती है कि झूठ बोलना स्वीकार्य नहीं है। हालांकि, जब आप उसे बताते हैं कि झूठ बोलना सही नहीं है, तो आपको ईमानदारी से निपटने में सक्षम होने के लिए लचीला होना चाहिए। जब भी वह झूठ बोलने के बजाय ईमानदार होने का विकल्प चुनती है तो आपको उसे कबूल और इनाम देने में सक्षम होना चाहिए। अगर आपको लगता है कि समस्या हाथ से बाहर हो रही है, तो आप परामर्शदाता की मदद भी ले सकते हैं। परामर्शदाता न केवल आपकी बेटी की मदद कर सकता है बल्कि आपको यह बताने में भी सक्षम होगा कि उसके साथ क्या हो रहा है और आपसे बेहतर बातचीत करने में मदद करें।
धैर्य रखें
 आपका गुस्सा भी हाे सकता है वजह
कहीं घर में ताेझूठ नहीं बाेलते
 अपनी प्राेमिस नहीं ताेड़िए
 बच्चाें काे भी सारी बाेलिए
सिचुरएशन समझिए
कहानी कविताआें में भी  एेसी लाइन हाेती है जाे झूठ न बाेलने को प्रेरित करती हैं।

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