रविवार, 23 अप्रैल 2017

अकेले अकेले कहां जा रहे हो


 बात सिर्फ घूमने की करें तो सभी उम्र के लोगों को घूमना-फिरना पसंद होता है। लेकिन अपने इस षौक में हम कई ऐसी चीजें भी जोड़ लेते हैं जिससे यह मंहगा हो जाता है। इसे अगर सिर्फ घुमक्कड़ी में ही सीमित रखें तो घूमना आज भी आसान है।
‘एन इवनिंग इन पेरिस‘ फिल्म का गाना दिमाग में कौंध रहा है। अकेले अकेले कहां जा रहे हों, जहां जा रहे हो हमें साथ ले लो। शम्मी कपूर के दिलचस्प अंदाज में गाया ये गाना अपने साथी से साथ ले जाने की गुहार करता हे। 70 के दशक का यह गीत आज भी बहुत लोकप्रिय है। 40 दशक बीत जाने के बाद एक बड़ा बदलाव नजर आ रहा है, वह यह कि आज युवा अकेले घूमने जाना चाहते हैं। युवाओं में सिर्फ लड़के ही नहीं लड़कियां भी अकेले घूमने का मजा लेना चाहती हैं। इसे तकनीक का असर कहें या ग्लोब्लाइजेशन की सौगात कुछ भी हो महिलाओं के लिए यह दिलचस्प है। कामकाज के लिए लड़कियों को अपनी देहरी के पार देखने का मौका मिला है। उनके भीतर के डर कम हुए हैं। पहले वह नौकरी की तलाश में बाहर निकलीं और अब घूमने फिरने के अपने शौक के लिए बाहर जा रही हैं।
यदि आप अकेले घूमने जा रही हैं तो नीचे लिखी कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें।
आप जहां घूमने जा रही हैं वहां के बारे में पहले ही अच्छे से जानकारी इक्ट्ठी कर लें।
इस बात का खास ख्याल रखें कि आप अपनी डेस्टिनेशन पर कितने बजे पहुंचेंगी। प्लानिंग ऐसे करंे कि आप सुबह या दिन के वक्त ही वहां पहुंचें।
कई होटल अपने गेस्ट्स को पिक एंड ड्राप की सुविधा भी देते हैं। इस सुविधा का लाभ उठाएं।  रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा या बस स्टाॅप पर मिलने वाले आॅटो या टैक्सी का उपयोग न करें।
खूब सवाल पूछें। जिस होटल में ठहर रहे हैं। उसके मैनेजर से घूमने-फिरने की जगहों के बारे में जानकारी लें। टैक्सी के ड्राइवर से और वहां के लोकल लोगों से भी जानकारी लें।
अकेले ट्रैवल करने के लिए सबसे पहले तो आपको अपना मन शांत रखना होगा। अगर आप ब्रेकअप या किसी तरह की परेशानी से भागने के लिए घूमने जा रही हैं तो आप एंज्वाॅय नहीं कर पाएंगी।
खुद के साथ एंज्वाॅय करना सीखना होगा क्योंकि जब अकेले ट्रैवल कर रहे होते हैं तो कई बार वक्त काटना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आपको अपने साथ वक्त बिताने की आदत नहीं है तो आप परेशान हो जाएंगी।
यदि आपको लगता है कि कोई आपको घूर रहा है तो उसे साफ और कड़े शब्दों में डांट दें और  ऐसे बोलें कि आसपास के लोगों को भी पता लग जाए कि वह क्या कर रहा है।
नए लोगों से मिलें, बात करें लेकिन बहुत ज्यादा घुलने-मिलने से बचें।
नए लोगों के साथ खाना या ड्रिंक शेयर न करें।
अकेले घूमने फिरने के लिए आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद ले सकती हैं। जिस जगह आप जाने का प्लान कर रही हैं अगर वहां कोई परिचित मिल जाए तो वह आपको ऐसी डेस्टीनेशन के बारे में बता सकता है जो बहुत खूबसूरत हो और हो सकता है आपके ट्रेवल गाइड के पास उसकी जानकारी न हो।
आप दूसरे लोगों द्वारा पोस्ट किए हुए ट्रैवलौग पढ़ें।  इससे आप जगह के बारे में पहले से ही जान पाएंगी और उनके अनुभवों से आपको फायदा ही होगा।
एक डायरी में अपने अनुभव लिखिए और बाद में उसे ट्रैवलौग के जरिए दूसरे लोगों के साथ शेयर करें।



special post

कुमाऊंनी भाषा के कबीर रहीम की जोड़ी डा. अनुजा भट्ट

   हल्द्वानी जो मेरे बाबुल का घर है जिसकी खिड़की पर खड़े होकर मैंने जिंदगी को सामने से गुजरते देखा है, जिसकी दीवारों पर मैंने भी कभी एबीसी़डी ...