शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018

खुश रहना डाेना- साेमा सुर


कल डोना  को देखा, पहले की तरह हँसती मुसकुराती । बहुत अच्छा लगा। थोड़े दिन पहले जब मै उससे मिली थी ,तब  न तो उसके होठो पर हँसी थी न तो कोई  रौनक । आइए, पहले आपसे डोना का परिचय करवा दूँ।  ६ साल पहले की बात है जब हम इस नये शहर मे आये , डोना कि फेमिली  से हमे हमारे किसी परिचित ने मिलवाया था और डोना परिचय करवाया था,"  शी इज वेरी टेलेंटेड गर्ल। शी इज इन क्लास फीव्थ।गाट फर्स्ट पाेजिशन  इन एवरी क्लास। शी इज सुपर डांसर, सिंगर एंड आर्टिस्ट। शी गाट गाेल्ड मैडल्स इन एवरी ड्राइंड कंप्टीशन, सिंगिंग एंड डांस कंप्टीशन।(She is very talented girl . She is in class 5th . Got 1st position in every  class. She is super dancer , singer and artist . she got gold medals in every drawing competitions , singing and dance competitions.)  साथ मे उसकी मॉ  ने उसके कुछ और एचीवमेंट्स के बारे मे बताया । जैसे कितने गाेल्ड मैडल, शील्ड्स हैं और उन्हे इन सबको रखने को लिये एक नया शाेकेस बनवाना है । क्योकि मेरा बेटा भी फीव्थ मे ही था , तो उन्होने उसके  एचीवमेंट्स  जानने चाहे।  ड्राइंग,मेरे बेटे को लिये आड़ी तिरछी रेखाएं खींचना ही एक एचीवमेंट्स  थी । हॉ सिंगिंग का उसको शौक था पर हम उससे पहले एक छोटे शहर मे रहते थे जहॉ हम चाह कर भी उसे कुछ सिखा नही सके । ये सब सुनकर वो बहुत हताेत्साहित हुये और मुझे अच्छा खासा भाषण भी दिया । उन्हाेंने कहा, आजकल एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टीविटी बहुत जरूरी है । हमारी बेटी तो जीवल है।इसकी मॉ  तो सारा दिन इसके पीछे ही लगी रहती है।

मैने जानना चाहा कि इतनी छोटी लड़की इतना सब कैसे मैनेज करती है । उसकी मॉ  ने मुझे बताया हम तो  टाइम मैनेजमेंट करते है , स्कूल से आने को बाद उसके क्लासेज डिवाइड होते है । शाम को 4 बजे से 8बजे तक । फिर घर पर आकर स्कूल की स्टडीज। सच बताँऊ,  एक बार तो मुझे फील हुआ कि क्या मै इतनी अच्छी मॉ नही हूँ ?

उसके बाद हम जब भी मिलते तो डोना  के गाेल्ड मैडल और प्राइज की लिस्ट भी बढ़ती जा रही थी। फिर हमारे बच्चे 9क्लास मे आ गये । डोना का सलेक्शन एक नामी  काेचिंग सेंटर मे हो गया । और शुरू हुई उससे और ज्यादा बेहतर करने की  उम्मीद । मंथली टेस्ट मे कितनी  पाेजिशनआयी इससे मेजरमेंट होता था उसका  आईक्यू  , और  इंडीनियरिंग मे   एडमिशन के चांसेज। बुरी तरीके से पिस रही थी वो छोटी सी बच्ची, मॉ - बाप और टीचरो की उम्मीदों के बीच । अब हमेशा उसके सिर मे दर्द रहता था। पढ़ नही पाती थी।  डिप्रेस्ड थी। एक दिन उसने अपनी सारी किताबें फाड़ दी । उसके पेरेंट्स उसे काउंसलिंग को लिए ले गये । कांउसलर्स कि सलाह पर अभी उसकी स्टडीज बिलकुल बन्द हैं । इस बार वो बाेर्ड नही देगी । लोग उससे  पुछते हैं तो उसकी मॉ उससे पहले ही नार्मली कह देती हैं डोना इस बार एग्जाम नही देगी।  और उस समय उसके चेहरे की चमक और बढ़ जाती है । लोग पीठ पीछे कहते है देखो एग्जाम नही दे पी रही फिर भी कितनी खुश लगती है। पर डोना,  मुझे पता है कि तुम खुश हो क्योकि तुम्हारे  पेरेंट्स अब तुम्हारे साथ है, उन्हें तुम्हारे नंबराें से अब कोई मतलब नही । तुमसे वो कितना प्यार करते है ये उन्होने साबित कर दिया। तुम हमेशा हँसती, मुसकुराती रहो । जीवन मे आगे बढ़ो । हमारी शुभकामनायें हमेशा तुमहारे साथ हैं ।

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