गुरुवार, 18 मई 2017

तिल के रोल



सामग्री

सफेद तिल तीन चौथाई प्याला
  काजू चौथाई प्याला
  गुड तीन चौथाई प्याला
  पानी २ बड़े चम्मच
  घी डेढ़ छोटे चम्मच सजावट के लिए

 विधि 
कड़ाही को गरम करें। इसमें मध्यम आँच पर सफेद तिल को भूनें। भूनने से तिल चटकता है इसलिये ध्यान रखें कि चिटक कर तिल त्वचा पर न आ जाए। तिल भुनने में  लगभग ५ मिनट का समय लगता है।
काजू को भी मध्यम आँच पर हल्का सा भून लें।
तिल को मूसल सें कूट लें या फिर ग्राइंडर में मोटा पीस लें। ध्यान रखें कि हमें एकदम मोटा कुटा तिल चाहिए। एक चौथाई प्याला कुटा तिल अलग रख लें तिल रोल्स की रोलिंग के लिए।
काजू को भी मोटा-मोटा पीस लें।
एक नॉन-स्टिक कड़ाही में पानी और गुड़ को उबालें। जब गुड़ पानी में घुल जाए तब इसमें घी डालें और लगभग ३० सेकेंड के लिए और पकाएँ।
चाशनी में कुटा तिल और काजू डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। आधे मिनट के लिए लगातार चलाते हुए और पकाएँ। फिर आँच बंद कर दें।
एक ट्रे थाली को कुछ बूँद घी तेल लगाकर चिकना करें। चाहें तो बटर पेपर का प्रयोग भी कर सकते हैं।
इस मिश्रण को चिकनी थाली ट्रे पर डालें। बेलन की मदद से एकसार फैलाएँ और ठंडा होने दें। जब फैलाया हुआ तिल मिश्रण ठंडा हो जाए तो इसे लगभग डेढ़ इंच के चौकोर टुकड़ों में काट लें और मनचाहे आकार में रोल करें।
इस तिल रोल को कुटे तिल में रोल करें। तिल रोल तैयार हैं। इसका भोग लगाएँ, दान करें, मित्रों में बाँटे या फिर घर पर परिवार के साथ खाएँ।
नोट - काजू के स्थान पर इच्छानुसार बादाम का प्रयोग भी किया जा सकता है।

जानिए तिल के  अनमोल फायदे  

1. प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में इसके सेवन से  मानसिक समस्याओं से निजात पाई जा सकती हैं।
2. तिल के तेल का प्रयोग या प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में तिल को खाने से, बालों का असमय पकना और झड़ना बंद हो जाता है।
3   तिल को दूध में भिगोकर उसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से चेहरे पर प्राकृतिक चमक आती है, और रंग भी निखरता है।
4 तिल को कूटकर खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती, साथ ही काले तिल को चबाकर खाने के बाद ठंडा पानी पीने से बवासीर में लाभ होता है।
5 त्वचा के जल जाने पर तिल को पीसकर घी और कपूर के साथ लगाने पर आराम मिलता है, और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।  
6 सर्दियों में तिल का सेवन शरीर में उर्जा का संचार करता है, और इसके तेल की मालिश से दर्द में राहत मिलती है।
7 तिल का तेल गर्म करके उसमें सेंधा नमक और मोम मिलाकर लगाने से एड़ियां  ठीक होने के साथ ही नर्म व मुलायम हो जाती है।
8 मुंह में छाले होने पर तिल के तेल में सेंधा नमक मिलाकर लगाने पर छाले ठीक होने लगते हैं।  






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