खास मेहमान का खास स्वागत। आज से लेकर
14 तारीख तक हर दिन खास है। आज गुलाब की
पंखुरी में फैला प्यार का रंग है तो कल अपने मन के राज खोल देने का दिन। फिर चॉकलेट
को शेयर करने का खास दिन है तो फिर अपने टेडी
के लिए एक अनोखा दिन । 11 को एक दूसर से वादा लेने और करने का दिन और फिर 12 को है
गले मिलने का दिन इसके ठीक दूसरे दिन एक चुंबन का। देखिए दिन बीते और आ पहुंचा वैलेंटाइन
डे।
* अपनी लंबी आयताकार टेबल पर लंबा टेबल क्लॉथ
बिछाएँ। इस पर तीन सिल्वर रनर लगाएँ। इस टेबल पर सिल्वर कटलरी अच्छी लगेगी जिस पर सुनहरे
रंग की किनोर हो। नेपकिन पर सुनहरे रंग का नेपकिन रिंग लगाएँ।
* इस टेबल की मुख्य सजावट फूलों से की जाएगी
जो टेबल पर इस कोने से उस कोने तक सजाएँगे। सफेद शेवंती, आर्किड, जरबेरा, फर्न तथा
कुछ बेलों की टहनियों को इस तरह लगाएँ जिससे फुलवारी का सा अहसास हो।
* पूरे टेबल को खास रोमांटिक अंदाज देने
के लिए इस पर बड़ी-बड़ी सुनहरी मोमबत्तियाँ लगाएँ और पूरे टेबल पर गेंद के आकार की
सुनहरी छोटी-छोटी मोमबत्तियाँ लगाएँ।
* चीन में
चाय छोटे-छोटे काले रंग के प्यालों में परोसी जाती है। एक बड़ी डिश में स्नैक रखे जाते
हैं इस डिश में छेद होते हैं इसे भाप वाले बर्तन के ऊपर रखा जाता है। साथ में लकड़ी
तथा हाथी दाँत की चॉपस्टिक भी रखी जाती हैं।
* चाय की टेबल बहुत छोटी होती है लेकिन इस
पर सब कुछ सुविधाजनक रूप से रखा जा सकता है। चायना सिल्क का टेबल क्लॉथ बिछाएँ। टेबल
के आसपास बेंबू प्लांट रखेंगी तो चाय का मजा दुगुना हो जाएगा।
* सबसे पहले
तो टेबल को फूलों से सजीव बनाते हैं। मैरून तथा पीले रंगों के गुलाबों से पोर्सिलीन
के प्याले सजाएँ। नेपकिन होल्डर सिल्वर प्लेटेड होने चाहिए। नेपकिन बीज रंग के ओरगेंजा
होने चाहिए।
* यदि
डिनर की व्यवस्था कर रहीं हैं तो आप को रंगों का खूबसूरती से चयन करना चाहिए
जो क्राकरी तथा मोमबत्तियों के माध्यम से प्रकट होगा। पूरा लुक रंगबिरंगा होना चाहिए
तथा टेबल मैट हैंड पेंटेड होना चाहिए। इससे वातावरण में अपनेपन और सहजता का अहसास होगा।
* टेबल को दीयों और मोमबत्तियों से सजाएँ।
काँच के प्यालों में तैरते फूलों की सुगंध के बीच भोजन करने का आनंद आपके अतिथियों
को भावविभोर कर देगा
टेबल सेटिंग-आप डायनिंग टेबल को दो तरह से सेट कर
सकती हैं। एक वेस्टर्न स्टाइल दूसरा इंडियन।
वेस्टर्न स्टाइल टेबल क्लॉथ-अगर टेबल का टॉप ग्लास
या मार्बल का है, तो ढकने
की जरूरत नहीं है। टेबल क्लॉथ का इस्तेमाल करना चाहती हैं तो व्हाइट या पेस्टल कलर्स
का ही चयन करें। ऎसा बैकग्राउंड भोजन को एलिगेंट और सिम्पल लुक देता है।
टेबल मैट्स-टेबल क्लॉथ या मैट्स में से किसी एक
का ही इस्तेमाल करना ठीक रहता है। हालांकि आजकल दोनों का ही प्रयोग किया जा रहा है
ताकि टेबल क्लॉथ अनचाहे दागों से बचा रहे। टेबल के किनारे और कुर्सी के सामने मैट्स
को रखें। मैट्स में समान दूरी रखें।
डिनर प्लेट्स-प्लेट को मैट के ठीक बीच में रखें
जिस व्यक्ति को खाना खाना है उसके बिल्कुल सामने। टेबल के किनारे से 2.5 से.मी.
की दूरी पर। बाकी के बर्तन प्लेट के अनुसार ही रखें।
कटलरी-कटलरी को कैसे सजाना है यह आपकी पसंद और आपका
भोजन किस तरह का है उस पर निर्भर करता है। चाकू और चम्मच प्लेट के राइट साइड में रखे
जाते हैं और फोक लेफ्ट में। नाइफ का तेज किनारा अंदर की ओर घुमा कर रखा जाता है। कटलरी
प्लेट से 1.5 से.मी. की दूरी पर होना चाहिए और वह भी
सीधी लाइन मे। डेजर्ट कैसा है उसी के मुताबिक डेजर्ट कटलरी का चयन करें। इस प्लेट के
ऊपरी हिस्से में सामने की ओर रखें।
गिलास-रंगीन गिलासों का प्रयोग न करें। नाइफ से
ऊपर की ओर इसका मतलब पानी का गिलास लेफ्ट साइड में।
नेपकिन्स-नेपकिन्स को प्लेट की लेफ्ट साइड में रखें
चाहें तो प्लेट के ऊपर या फिर गिलास के अंदर भी रख सकती हैं।
इंडियन स्टाइल-
प्लेट-हालांकि भारतीय भोजन में चपाती रसेदार सब्जी
के साथ खाई जाती है इसलिए एक साइड प्लेट का होना जरूरी है। इसे डिनर प्लेट के लेफ्ट
साइड में रखें। ध्यान रखें मैट पर डिनर प्लेट बीच में रहनी चाहिए। एक सीध में प्लेट्स
होनी चाहिए। हाथ से खाने के कारण पानी के गिलास को प्लेट के लेफ्ट साइड में रखें।
बाउल-एक बड़ा बाउल जिसमें सब्जी होती है और छोटी
कटोरियों में रायता डाला जाता है। इन्हें डिनर प्लेट के राइट साइड में रखा जाता है।
भारतीय भोजन में केवल एक चम्मच, एक नाइफ
और एक फोक का ही इस्तेमाल किया जाता है बजाय वेस्टर्न के। चाकू और चम्मच को प्लेट के
राइट साइड में रखें और फोक को लेफ्ट पर। अगर सूप भी सर्व कर रही हैं, तो सूप
बाउल को राइट साइड में रखें।
वागीशा
कॉन्टेंट प्रोवाइडर कंपनी
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