टेबल काे करें ड्रेसअप

मुझे खाने के सभी व्यंजनों की व्यवस्था करने से पहले टेबल पर टेबल रनर रखना और नैपकिन का समन्वय करना पसंद है। खूबसूरत क्राकरी, कलात्मक घर मुझे बेहद पसंद हैं। आज मैं  आपसे बाजार में उपलब्ध टेबल सजाने के लिए विकल्प के बारे में बात कर रही हूं। इन दिनों टेबल सजाने का चलन बढ़ा है चाहे वह किसी भी रूप में इस्तेमाल की जाती हो । इसके लिए कई तरह के आर्टपीस बाजार में हैं।
रनर शब्द हिंदी के बिछावन शब्द के समानार्थक है जिसका उपयोग फर्श से लेकर मेज तक में होता है।"टेबल रनर" यानी कपड़े का लंबा टुकड़ा है जो मेज़पोशों के ऊपर रखा जाता है। इसे आपकी टेबल सेटिंग्स की तारीफ करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।  किसी भी अवसर को खास अवसर में बदलना हाे ताे यह एक खूबसूरत विकल्प है ।
 माना जाता है कि टेबल रनर का जन्म 15 वीं शताब्दी में यूरोप में हुआ था और यह आभिजात्य परिवारों की टेबल पर सजता था। उस समय तक सामान्य लोग मेजपोश जैसी कलात्मक चीजों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते थे। एक तरह से कहा जा सकता है कि मेजपोश का प्रयोग एक अभिजात्य वर्ग का नवाचार था। अक्सर खाना खाते समय मेज पर दाग धब्बे पड़ जाते थे और हर रोज इनको साफ करना भी दुविधाजनक था। इस वजह से मेजपोश के ऊपर रनर बिछाने का चलन आया और आज यह फैशन में है। रनर का प्रयोग फर्श से लेकर टेबल तक में प्रयोग में लाया जा रहा है।

मेजपोश और रनर के साथ ही नैपकिन यानी रूमाल रखने का भी चलन बढ़ा है। नैपकिन कागज और कपड़े दोनो के ही प्रयोग में लाए जाते हैं। पहले नैपकिन एकदम सफेद या फिर हलके रंगों के बनाए जाते थे पर अब यहां भी आर्टवर्क दिखाई देता है। दुनियाभर के आर्टवर्क यहां पर देखे जा सकते हैं। जिसमें पेंटिंग से लेकर कसीदाकारी और बुनकारी जैसे कई प्रयोग हो रहे हैं। आज यह अपने आप में एक आर्टपीस बन गया है।
टेबल रनर
कलात्मक घर कई तरह से अपनी छाप छोड़ते हैं। यह कह सकते हैं कि घर के हर साजो-सामान में कलात्मकता की पहचान दिखाई देती है। टेबल रनर भी अच्छी तरह से सजाए गए घरों में जब टेबल पर सज जाते हैं तो खाने के शौकीन खाने के साथ साथ कला का भी आनंद लेते हैं। कभी-कभी सेंटरपीस की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए छोटी लंबाई के यह रनर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। फैब्रिक और डिजाइन का मेल इसे आकर्षक बनाता है। यह रेशम, लिनन, कपास, और पॉलिएस्टर, विनाइल, प्लास्टिक और कागज सहित सभी प्रकार की सामग्रियों से बने होते हैं। यह हस्तनिर्मित, मशीन-निर्मित, कशीदाकारी, बुनकारी से भी तैयार किए जाते हैं। इनके डिजाइन, पैटर्न, रंग, और आकार कई तरीकों के हो सकते हैं।

आज बाजार में कैजुअल से लेकर फॉर्मल कई तरह के टेबल रनर हैं। डिजाइनर इसमें अतिरिक्त डिजाइन जोड़ सकते हैं। जब टेबल की सजावट महत्वपूर्ण होती है, तो कभी-कभी एक रनर पूरी मेज के डिजाइन को संभाल लेता है। साधारण सी बिना पैटर्न और डिजाइन वाली मेज भी रनर के इस्तेमाल से खूबसूरत हो जाती है। टेबल रनर एक रसोई या डाइनिंग रूम टेबल को "ड्रेस अप" करने के लिए एक शानदार तरीका प्रदान करते हैं। पूरे टेबल को कवर करने के बजाय, टेबल रनर केवल टेबल के मध्य भाग को कवर करता है, टेबल की लंबाई या चौड़ाई को "रनिंग" करता है। मेज के हिसाब से रनर की लंबाई और चौड़ाई अलग अलग होती है। आज यह कई डिजाइन और कई पैटर्न में उपलब्ध हैं जिससे चयन करना आसान हो जाता है।

यह मेज़पोश की तुलना में कम महंगे होते हैं। कुछ लोग अपनी मेज के केंद्र में अतिरिक्त रंग का उपयोग करने के लिए भी रनर का प्रयोग करते हैं। खाली टेबल, बुफे बार पर टेबल रनर का उपयोग किया जा सकता है। कॉफी टेबल, बुफे और कंसोल के लिए भी यह एकदम उपयुक्त हैं।


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